बलिया, अगस्त 6 -- बलिया, संवाददाता। सरयू नदी और बाढ़ के पानी में डूबे पशुपालकों का सुराग नहीं लग सका है। इसके चलते उनके गांव-घर में मातम पसरा हुआ है। एक की तलाश एनडीआरएफ कर रही है, जबकि दूसरे की खोज लोकल गोताखोरों से कराया जा रहा है। बैरिया, हिसं के अनुसार बाढ़ के पानी में डूबे पशु पालक का दूसरे दिन मंगलवार को भी सुराग नहीं लग सका। सोमवार को लोकल गोताखोरों और मंगलवार को एनडीआरएफ ने तलाशी अभियान चलाया, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी। कस्बा के जगदेवा ढाही निवासी 46 वर्षीय लालबहादुर रजक अपने गदहा को चराने के लिए टेंगरहीं की तरफ ले गये थे। टेंगरहीं बंधा पर चरते समय गदहा किसी प्रकार बाढ़ के पानी में गिर गया। यह देख लालबहादुर उसको बचाने के लिए पानी में छलांग दिया। बताया जाता है कि पशुपालक के प्रयास से गधा तो बच गया, लेकिन वह खुद गहरे पानी में जाकर डूब...