एटा, जून 4 -- जिले में पर्यावरण को लेकर हालात बहुत खराब है। हालात यह है कि लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। नदियां पूरी तरह से प्रदूषित हो गई हैं। काली नदी का पानी बहुत ही खराब हो गया है। ईशन नदी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। इसके बाद भी जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। शहर में पर्यावरण जागरूकता की कमी आग नगारिकों में नहीं, बल्कि जिम्मेदारा विभागों में भी देखी जा सकती है। पर्यावरण को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाने वाली पॉलिथीन का उपयोग रोकने के लिए शहर में सरकारी आदेशों का भी पालन नहीं हो रहा है। नगर पालिका के पास संसाधन होने के बाद भी कचरा प्रबंधन को महत्वता नहीं दी जा रही है। शहर में आज भी खुले में कूड़ा फेंकना, नालियों में कचरा डालना और सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाना आम बात है। नगर पालिका ने भी घर-घर कूड़ा सग्रह और उसके निस्तारण क...