गोपालगंज, मई 30 -- झरही और दाहा नदी में उड़ने लगी धूल, सिंचाई के लिए किसान पंपसेट पर निर्भर पंपसेट और मोटर पंप से किसान सिंचाई करने को विवश,बढ़ रही है लागत कुचायकोट। एक संवाददाता प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरने वाली प्रमुख नदियों के सूख जाने से गोपालगंज और सीवान जिलों के हजारों किसानों की खेती पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इन नदियों का पानी जो पहले खेतों की सिंचाई और पशुओं के पेयजल का प्रमुख स्रोत था। दाहा नदी में पहले सालोभर पानी रहता था। किसान इसी नदी के पानी से परंपरागत तरीके से सिंचाई करते थे, जिससे डीजल और बिजली का खर्च बचता था। अब वही किसान खेतों की सिंचाई के लिए पंपसेट और निजी बोरिंग पर निर्भर हो गए हैं। जिससे खेती की लागत बढ़ गई है। झरही नदी अब पूरी तरह सूख चुकी है। इस नदी से हजारों किसान खेती के लिए निर्भर थे। झरही नदी संगवाडीह ...