मुजफ्फरपुर, अक्टूबर 6 -- मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। उत्तर बिहार में बाढ़ की विभीषिका हर साल बढ़ती जा रही है। इसके असर को कम करने के लिए बनाए जा रहे तटबंध भी कुछ कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। खासकर तिरहुत प्रमंडल में बहने वाली तीन प्रमुख नदियों-गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती के अलावा अधवारा समूह की नदियों में आने वाली बाढ़ के कारण हर साल लाखों जिंदगियां तबाह होती हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार अकेले मुजफ्फरपुर जिला के 16 में से 10 प्रखंडों की 80 पंचायतों की चार लाख की आबादी सीधे तौर पर इससे हर साल प्रभावित होती है। सबसे अधिक तबाही बागमती नदी की जद में आने वाले औराई, गायघाट और कटरा प्रखंडों में होती है। मानसून के समय हर साल लाखों टन गाद नदी में विभिन्न जगहों पर बने पुल-पुलिया और अन्य अवरोधों के कारण पेटी में जमा होती जा रही है। नतीजतन नदियों...
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