सोनभद्र, नवम्बर 10 -- अनपरा,संवाददाता। ऊर्जांचल सिविल सोसायटी ने उप्र विद्युत नियामक आयोग व ऊर्जांमंत्री से मांग की है कि प्रदेश की तहसीलों-नगर पंचायत क्षेत्रों में की जा रही ढाई घंटे की विद्युत कटौती(रोस्टरिंग) तत्काल बंद कराई जाये। प्रदेश में बिजली खपत साल के न्यूनतम स्तर 306 मिलियन यूनिट रह गयी है। पीक डिमाण्ड भी गिरकर 17 हजार मेगावाट से भी कम हो गयी है जिसके कारण सस्ती बिजली देने वाले तापीय बिजलीघरों का उत्पादन भी लगातार कम कराना (थर्मलबैकिंग) पड़ रहा है। इससे जहां बिजलीघरों को फिक्सड चार्ज के रूप में करोड़ो भुगतान बगैर बिजली लिए देना पड़ रहा है वहीं तहसीलों-नगरपंचायतों में रहने वाली करोड़ो जनता को रोजाना घंटों की घोषित-अघोषित बिजली कटौती से जूझना पड़ रहा है। इस कटौती के कारण बिजली की खपत बीते साल नवम्बर की रोजाना 349.5 मिलियन यूनिट स...