धनबाद, नवम्बर 1 -- धनबाद, गंगेश गुंजन धनबाद नगर निगम चुनाव को लेकर दावेदारों की सक्रियता सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक दिखने लगी है। दो टर्म के बाद धनबाद में मेयर की सीट अनारक्षित (सामान्य) रहना लगभग तय हो गया है। धनबाद नगर निगम के 55 वार्डों के आरक्षण को लेकर पार्षद के दावेदारों के दिल की धड़कन बढ़ी हुई है। वार्ड स्तर पर सीटों का आरक्षण जिलास्तर की कमेटी ही तय करेगी। डीसी की अध्यक्षता में इसे लेकर जिलास्तरीय कमेटी बनेगी और वही वार्ड का आरक्षण तय करेगी। लगभग दस साल बाद नगर निकाय में चुनाव कराने का रास्ता साफ हो गया है। ओबीसी आरक्षण के लिए किए गए ट्रिपल टेस्ट के बाद ही निकाय चुनाव का रास्ता साफ हो गया है। धनबाद के 55 वार्डों में से किस वार्ड को आरक्षण की श्रेणी में रखा जाएगा और किसे सामान्य श्रेणी में किया जाएगा, इसका निर्णय डीसी के स्तर प...