बांका, फरवरी 21 -- बांका। बांका जिला नक्सल प्रभावित जिलों की श्रेणी में आता है। यहां 1991 में धोरैया प्रखंड के अमजोरा गांव में मुखिया की हत्या के साथ नरसंगहार कर नक्सलियों ने जिले में अपनी दस्तक दी थी। जिसके बाद नक्सलियों ने बांका, जमुई एवं मुंगेर की सीमा से सटे जंगलों को अपना ठिाकाना बना लिया। जिसके दायरे में बांका जिले के बेलहर, बेलहर, चांदन, कटोरिया एवं शंभूगंज के इलाके भी आते हैं। हालांकि, 21 फरवरी 2017 में बांका व जमुईके एरिया कमांडर प्रवेश दा की मौत पुलिस मुठभेड में होने के बाद यहां नक्सलियों का एक अध्याय समाप्त हो गया था। इसके बाद पुलिस की दबीश बढने से आधे दर्जन नक्सलियों ने समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का संकल्प लेते हुए एसपी के समक्ष आत्मसर्पण कर दिये थे। जिससे यहां नक्सली गतिविधियों पर लगभग विराम लग गया। यहां नक्सली गतिविधिय...