भोपाल, मार्च 16 -- मध्यप्रदेश के मंडला जिले में 9 मार्च को नक्सल विरोधी अभियान चलाया गया था। नक्सल रोधी अभियान में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। अभियान के दौरान मारा गया एक व्यक्ति नक्सली नहीं बल्कि आदिवासी था। अब इस मामले पर मध्य प्रदेश की विपक्षी कांग्रेस ने दावा किया कि वह (मारा गया व्यक्ति) निर्दोष था। पुलिस का कहना है कि अभी तक उनके पास एक भी सबूत नहीं है, जिससे ये साबित हो सके कि मारा गया हिरन सिंह पार्थ नक्सली था। आइए जानते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है... कांग्रेस ने घटना की उच्च स्तरीय और न्यायिक जांच की मांग की है। अधिकारियों ने बताया कि हिरन सिंह पार्थ (38) नाम का व्यक्ति बैगा समुदाय से ताल्लुक रखता था, जो विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूह है। बीते 9 मार्च को एक नक्सल रोधी अभियान के दौरान हिरन सिंह को नक्सली समझकर मार दिया गया था।...