नई दिल्ली, मई 21 -- नई दिल्ली, पंकज कुमार पाण्डेय। छत्तीसगढ़ के बस्तर में इनामी नक्सली बसवराजू का अंत नक्सलवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकने जैसा है। बसवराजू सिर्फ एक करोड़ का इनामी ही नहीं था बल्कि वह नक्सली कैडर के लिए वैचारिक केंद्र बिंदु था। अधिकारियों ने कहा कि बसवराजू को सुरक्षा बलों ने सटीक सूचना के आधार पर मुठभेड़ में मार गिराया। अधिकारियों ने कहा, यह हाल के वर्षों में भारत में नक्सल उग्रवाद के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुठभेड़ों में से एक है। यह मुठभेड़ सीआरपीएफ के महानिदेशक जीपी सिंह के नेतृत्व में अब तक के सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियान के समापन के कुछ दिनों बाद हुई है। इससे पहले चल रहा अभियान शीर्ष नक्सल नेतृत्व को खत्म करने में सफल नहीं हुआ था। राजू के खात्मे को परिचालन और प्रतीकात्मक दोनों ही दृष्टि से एक महत्वपूर्ण सफलता के रूप में...