रिषिकेष, नवम्बर 5 -- स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय में बुधवार को शिक्षा में मूल्यों और चरित्र निर्माण पर व्याख्यान आयोजित हुआ। वक्ताओं ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को भारत की प्राचीन ज्ञान-परंपरा के मूल्यों पर आधारित बताया। जौलीग्रांट स्थित एसआरएचयू में आयोजित व्याख्यान में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज़ के चांसलर एवं यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत की प्राचीन ज्ञान-परंपरा और सभ्यतागत मूल्यों पर आधारित है। यह केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण, उद्देश्यपूर्ण जीवन, वैश्विक उत्तरदायित्व और आध्यात्मिक विकास को भी प्रोत्साहित करती है। उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि यह नीति भारत को 21वीं सदी में वैश्विक नेतृत्व की दिशा...