लखनऊ, मार्च 4 -- -भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय वेबिनार लखनऊ, कार्यालय संवाददाता भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय की ओर से दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय वेबिनार शुरू हुआ। कथक नृत्य के शिक्षण और प्रस्तुतीकरण का विकास वैश्वीकरण के संदर्भ में विषयक वेबिनार में कथक के स्थापित गुरुओं ने अपनी बात रखी। मुख्य वक्ता भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो मांडवी सिंह ने शिक्षण और प्रस्तुतिकरण दो मुख्य बिंदुओं पर केंद्रित होते हुए पंडित बिरजू महाराज द्वारा कथक नृत्य के वैश्वीकरण में योगदान से परिचित कराया। साथ ही कथक नृत्य की शिक्षा में शैक्षणिक संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान पर तथ्यों को उजागर किया। प्रथम दिवस के प्रथम सत्र के वक्ता विदुषी पूर्णिमा पाण्डेय ने भारत देश की पहचान संगीत से बताई। उन्होने बताया कि बैले नृत्...