जौनपुर, सितम्बर 17 -- मुफ्तीगंज, हिन्दुस्तान संवाद। नैपूरा गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन वाराणसी से आए जितेंद्र शास्त्री ने कहा कि गोकुल में बाल सखा श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए भगवान शिव नंगे पैर धरती पर पधारे। कहा कि मां यशोदा भिक्षा जब देने लगी तों भोले ने उससे ज्यादा हीरा मोती अपने पात्र से गिरा दिया। मां आश्चर्य में पड़ी। भोले ने कहा कि मैं बहुत दूर से आया हूं हमें बालक का दर्शन करा दो मां बोली बाहर उसे ठंडक लग जाएगी। बहुत हठ करने पर मां ने कहा कि लोग चिकनी चुपड़ी बाते करके उसका अनिष्ट करना चाहते है। आपके वेश भूसा से वह डर जाएगा लेकिन दीदी के कहने पर मां यशोदा लाई और कहीं कि दूर से देख लो। मैं छूने नहीं दूंगी। अंत में भोले बाबा ने दर्शन कर उनके चरणों को स्पर्श किया क्योंकि जिन चरणों से गंगा जी निकली वहीं तो मेरे मस्तक प...