सिद्धार्थ, मार्च 3 -- सिद्धार्थनगर, हिन्दुस्तान टीम। भनवापुर क्षेत्र के महादेव गजपुर गांव में नौ दिवसीय शतचंडी महायज्ञ में चल रहे रासलीला के आठवें दिन रविवार रात वृंदावन से आए बाल कलाकारों ने कृष्ण और सुदामा की मित्रता का जीवंत मंचन किया। मंचन देख पंडाल में जुटे श्रद्धालु भावुक हो गए। कलाकारों ने दिखाया कि गुरु, मित्र, बहन, बेटी और भगवान के घर कभी खाली हाथ नहीं जाना चाहिए। मंचन में दिखाया गया कि सुदामा की पत्नी सुशीला ने पड़ोस से चावल मांगकर पति को द्वारिकाधीश के लिए दिए। जब दीन-हीन अवस्था में सुदामा द्वारिका पहुंचे, तो पहले द्वारपालों ने उन्हें रोका लेकिन जैसे ही कृष्ण को पता चला कि उनके बचपन के मित्र आए हैं, वे नंगे पांव दौड़कर आए। उन्होंने सुदामा को गले लगाया और स्वयं उनके पैर धोए। कृष्ण ने सुदामा के पास मौजूद पोटली से चावल खाए और बदले म...