नवादा, अगस्त 13 -- नवादा, हिन्दुस्तान संवाददाता। द्वापर युग में भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र के संयोग में मध्य रात्रि के समय भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य हुआ था। इसी कारण प्रतिवर्ष इस दिन को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस वर्ष अष्टमी तिथि 15 अगस्त रात 11:49 बजे से 16 अगस्त रात 09:34 बजे समाप्त होगी। 15 अगस्त को अष्टमी तिथि अल्प समय के लिए रहेगी। जबकि 16 अगस्त को यह सूर्योदय से पूरे दिन रहेगी। शहर के ज्योतिषाचार्य पंडित धर्मेन्द्र झा ने बताया कि इस बार रोहिणी नक्षत्र और अष्टमी तिथि का संयोग एक साथ नहीं बन रहा है। उदय कालीन तिथि के महत्व के आधार पर, जन्माष्टमी का पर्व शनिवार, 16 अगस्त को मनाया जाएगा। वहीं, वे वैष्णवजन जो केवल रोहिणी नक्षत्र को मानते हैं,...