सीतामढ़ी, जून 29 -- शिवहर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्थानीय राजयोग प्रशिक्षण केंद्र के तत्वावधान में रविवार को पुलिस लाइन में कर्मयोग एवं अनुशासन के लिए मेडिटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पुलिस कर्मियों को ध्यान (राजयोग मेडिटेशन) कराया गया तथा इसके संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। वक्ताओं ने ध्यान (राजयोग मेडिटेशन) को कर्म योग की आत्मा बताते हुए कहा कि यह न केवल आत्म-शुद्धि का मार्ग है, बल्कि सुशासन की आधारशिला भी है। ध्यान व्यक्ति को निष्काम भाव से कार्य करने की प्रेरणा देता है और निर्णयों में पारदर्शिता, नैतिकता व विवेकशीलता को सशक्त बनाता है। ब्रह्माकुमारी भारती वहन ने कहा,मेडिटेशन केवल एक साधना नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो व्यक्ति को कर्मयोगी बनाकर आत्म-कल्याण एवं समाज कल्याण दोनों की दिशा में प्...