एटा, सितम्बर 8 -- सोमवार को घंटाघर स्थित जैन मेला पंडाल में क्षमावाणी पर्व मनाया गया। भगवान पुष्पदंत की वापसी यात्रा निकाली गई। जैन मेला महोत्सव के दूसरे और अंतिम दिन घंटाघर स्थित मेला पंडाल में क्षमावाणी पर्व मनाया गया। सुबह अभिषेक पूजन के उपरांत सभी ने एक-दूसरे गले मिलकर बीते वर्ष में हुई गलतियों की क्षमा मांगी। कार्यक्रम के दौरान जैन पंडित रीतेज जैन ने बताया कि क्षमा वीरों का आभूषण होता है। क्षमावाणी पर्व हमें बैर भाव मिटाकर प्रेम भाव से रहने का संदेश देता है। ब्रहमचारिणी उन्होंने कहा कि हमें शत्रु से भी क्षमा मांगनी चाहिए। क्षमा मांगने और करने से कोई छोटा या बड़ा नहीं हो जाता। क्षमा से कलुषिता मिट जाती है। दोपहर में मेला पंडाल से भगवान पुष्पदंत नाथ की रथयात्रा निकाली गई। इसमें श्रावक, श्राविकाओं ने जमकर नृत्य करते हुए भगवान महावीर के ...