मेरठ, जून 8 -- हस्तिनापुर। श्री दिगंबर जैन प्राचीन बड़ा मंदिर पर चल रहे श्री शांतिनाथ महामंडल विधान में शनिवार को नित्य नियम पूजन के साथ भगवान की शांतिधारा व अभिषेक किया गया। विधान के 35वें दिन 130 परिवारों ने भाग लेकर पुण्य संचय किया। आचार्य भाव भूषण जी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि अपने आचरण को धर्मानुकूल बनाकर जीवन यापन करना चाहिए। कहा कि धर्मानुरागी बंधु हमेशा ही अपने जीवन को सुख और दुख के हिसाब से ढाल लेते है जिसमें वह सुख शांति को प्राप्त करते हैं। अपने आचरण में अहम को त्याग कर और मृदुभाषिता को अपनाकर क्रोध, मान, माया, लोभ का त्याग कर जीवन सुखमय बनाने का प्रयास करें। भगवान शांतिनाथ की शांतिधारा जितेंद्र जैन,, अनुज जैन, मनीषा जैन, शचि जैन,, वर्षा जैन आदि ने की। शाम के समय भगंवतों की आरती की गई। रात्रि में प्रश्न मंच, विचार गोष्ठी ...
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