सिमडेगा, अक्टूबर 10 -- कुरडेग, प्रतिनिधि। प्रखंड के किसानों को इस वर्ष धान की अच्छी पैदावार की उम्मीदे थीं। अच्छी बारिश के कारण किसानों को लग रहा था कि इस बार धान की पैदावार पिछले सालों से कहीं बेहतर होगी। लेकिन किस्मत ने फिर से किसानों के साथ एक कड़वा मज़ाक कर दिया। पिछले कई हफ़्तों से लगातार हो रही बारिश ने खेतों में पानी तो भर दिया। लेकिन इसी के साथ धान की फसल पर कई तरह के रोगों का प्रकोप भी बढ़ गया। अब हालत यह है कि घाघमुंडा, लबडेरा, छोटकीबिउरा सहित आसपास के गांवों में धान की फसलें धीरे-धीरे पीली पड़ने लगी हैं। पौधों की जड़ें सड़ रही हैं। पत्तों पर काले धब्बे और कीटों का हमला दिख रहा है। रोग की वजह से पौधे सूखने लगे हैं और कई एकड़ खेतों में धान की फसल लगभग पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। किसान इन दिनों गहरी चिंता में हैं। इन सभी ने हजा...