संवाददाता, अक्टूबर 16 -- तराई की उपजाऊ मिट्टी ने अब एक नई फसल की खुशबू बिखेर दी है। जहां पहले किसान धान और गेहूं की परंपरागत खेती में घटती आमदनी से परेशान थे, वहीं लखीमपुर खीरी के किसान रमाकांत मिश्रा ने नई राह चुनकर मिसाल पेश की है। उन्होंने विदेशों में उगने वाले फल ड्रैगन फ्रूट को तराई की धरती पर सफलतापूर्वक उगाकर यह साबित कर दिया कि कृषि में नवाचार ही असली समृद्धि का रास्ता है। पसगवां ब्लॉक के भिलावां ग्राम पंचायत निवासी रमाकांत मिश्रा ने दो वर्ष पहले कृषि विशेषज्ञों की सलाह पर अपनी भूमि का परीक्षण कराया और उसके अनुरूप थाईलैंड से ड्रैगन फ्रूट के पौधे मंगवाए। आज उनके खेत में करीब 900 पौधे फल दे रहे हैं। पहली बार उन्होंने सीधे दिल्ली की आजादपुर मंडी के बड़े खरीददारों से संपर्क कर फसल बेची, जिससे उन्हें करीब 15 लाख रुपये की कमाई हुई।कम ला...
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