सीतामढ़ी, नवम्बर 14 -- पिपराही। विगत 5 अक्टूबर को आयी बाढ तथा भारी बारिश का पानी का जमाव अभी भी धान की तैयार फसल वाले खेतों में बना हुआ है। दोनो बागमती तटबंध के अंदर स्थित धान की फसल कई दिनों तक पानी में डूबे रहने से नष्ट हो गया है।लगातार कई दिनों तक ठहरे बाढ के पानी में धान का पौधा डूबा रहा। तटबंध के अंदर नीचले क्षेत्र में अभी भी बाढ के पानी का जमाव बना हुआ है। वहीं तटबंध से बाहर के नीचले क्षेत्र में बारिश के पानी का जमाव बना हुआ है।पानी भरे खेत से धान की कटनी करने में भारी परेशानी हो रही है।जलजमाव वाले खेतों में खाट तथा बेंच रखकर धान की फसल को रखा जा रहा है। फिर खाट के सहारे धान की बाली को सुखे जगह पर ले जाया जा रहा है।जलजमाव वाले खेतों से धान की बाली काटने के लिए 350 रूपये की दर से मजदूरों को रखा जा रहा है। वहीं कई खेतों में धान के बाल...
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