चंदौली, सितम्बर 12 -- चंदौली। जिले में बाढ़ की विभिषिका से झेलने के बाद किसानों को अब धान की फसलों को बचाने की चुनौती हो गई है। क्योंकि वर्तमान समय में धान की फसलों में तना छेदक रोग का प्रकोप होने लगा है। साथ ही जीवाणु झुलसा रोग का भी प्रकोप दिखाई देने लगा है। किसान फसलों को बचाने में जुटे हुए हैं। साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र पहुंचकर वरिष्ठ वैज्ञानिकों से धान की फसलों में लगने वाले रोग से बचाव के लिए सलाह ले रहे हैं। कृषि वैज्ञानिक किसानों को खेत में पानी का ठहराव नहीं होने देने और उचित जल निकासी की व्यवस्था करने के साथ ही विभिन्न कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने की सलाह दे रहे हैं। आकांक्षात्मक जिलों में शामिल चंदौली धान के कटोरे के रूप में विख्यात है। इस जिले में में खरीफ वर्ष 2025-26 में लगभग एक लाख 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल पर धान की खेत...