सीतामढ़ी, मई 23 -- पुपरी। कृषि विज्ञान केंद्र सीतामढ़ी की ओर से जिले के किसानों को धान की खेती की तैयारी शुरू करने की सलाह दिया है। केंद्र के फसल वैज्ञानिक ने धान के बिचरा (बिछन) को गिराने की कवायद तेज करने का सुझाव दिया है। फसल वैज्ञानिक सच्चिदानंद प्रसाद ने बताया है कि अभी बारिश होने के कारण खेत में नमी बनी हुई है। किसान बिचरा लगाने वाले खेत की अच्छी तरह जोताई कर लें। जोताई के बाद खेत में पड़े खरपतवार, घास, जंगल आदि को साफ सफाई कर लेना है। इससे धान के विचारा को भरपूर पोषण मिलेगा। धान की आगत खेती करने का समय करीब आ गया है। अब अगले 25 मई से रोहिणी नक्षत्र शुरू हो रहा है इसलिए 10 जून तक खेत में बिचरा लगा देना है। इसके लिए मुख्य रूप से धान की लम्बी अवधि वाली प्रजाति का चुनाव करें। इन प्रजातियों में स्वर्णा सब 1, एमडीयू 7029, राजेंद्र मंसूरी...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.