संतकबीरनगर, नवम्बर 6 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल क्षेत्र में धान की कटाई पूरी होते ही खेतों में पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो गया है। इससे क्षेत्र की हवा जहरीली होती जा रही है और लोगों में प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ गई है। बेलौली और बौधरा ग्राम पंचायतों के सीवान में कई स्थानों पर किसानों ने धान की पराली में आग लगा दी। खेतों से उठता धुआं पूरे इलाके में फैल गया। धुएं के कारण लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें भी सामने आ रही हैं। हालांकि शासन और न्यायालय, दोनों ने ही पराली जलाने पर सख्त प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन इसके बावजूद किसान नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार पराली जलाने से न केवल पर्यावरण को नुकसान होता है, बल्कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी तेजी से घटती है, जिससे...