गिरडीह, जुलाई 4 -- झारखंडधाम, प्रतिनिधि। जमुआ प्रखंड के धुरगड़गी पंचायत का गांव धानोटांड़ एक अदद पक्की सड़क के लिए तरस रहा है। 800 आबादी का यह गांव झारखंडधाम से एक किलोमीटर दक्षिण कोने में अवस्थित है। गांव को जोड़ने वाला एक मात्र रास्ता कच्चा है जिसकी बरसात में कचूमर निकल जाती है। पथ में जगह जगह जल जमाव और कीचड़ का जमाव होने से लोगों को आने जाने में काफी परेशानी होती है। गांव टापू में तब्दील हो जाता है। गांव के लोग जरूरी पड़ने पर बहुत कष्ट से बाहर निकलते हैं लेकिन कीचड़ के कारण बाहरी कोई आदमी गांव जाना नहीं चाहते हैं। इस बाबत गांव के सदर व वार्ड सदस्य अलाउद्दीन अंसारी ने कहा कि जन प्रतिनिधियों से वर्षों से ग्रामीण गुहार लगा रहे हैं। किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस बार जो विधायक बनी है उससे उम्मीद जगी है कि वे इस गांव की सुध जरूर लेंगी। कहा कि ...