नोएडा, फरवरी 9 -- फरीदाबाद, वरिष्ठ संवाददाता।धातु को पीट-पीटकर उसे अनमोल बनाने वाले बाबू राम यादव सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेले में अपनी कला को लेकर पहुंचे हैं। ब्रास मेटल पर विभिन्न तरह की नक्काशी किसी भी घर के डाइनिंग टेबल, रसोई और पूजा घर की शोभा बढ़ा सकते हैं। शिल्पी का दावा है कि इन्हें अपनी कला के दम पर जल्द ही देश का सर्वोच्च पुरस्कार पद्मश्री मिलने वाला है। बाबू राम यादव को हस्तशिल्प कला के सभी प्रसिद्ध अवॉर्ड मिल चुके हैं। वर्ष 2014 में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने शिल्प गुरू, 1992 में राष्ट्रीय पुरस्कार और वर्ष 1985 में राज्य पुरस्कार मिल चुका है। ----- पिता ने किया था प्रेरित मुरादाबाद के रहने वाले शिल्पकार बाबू राम यादव का कहना है कि उन्हें ब्रास पर नक्काशी का बिल्कुल भी शौक नहीं था। इनके पिता भूकन लाल यादव के कहने के धातु ...