सहारनपुर, नवम्बर 8 -- सुल्तानपुर में रामकृष्ण सेवा समिति के तत्वाधान में चल रही श्री राम कथा के चौथे दिन कथा वाचक पंडित विपिन आनंद महाराज ने भगवान श्री राम, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघन जी के जन्म की कथा का वृतांत सुनाया। उन्होंने कहा कि धर्म की स्थापना के लिए प्रभु अवतार लेते हैं। शुक्रवार को कथा व्यास ने कहा कि भगवान ने श्री राम के रूप में अवतार लेकर मानव धर्म की मर्यादाओं को स्थापित किया। माता-पिता के प्रति पुत्र का, भाई के प्रति भाई का, राजा के प्रति राजा का, सेवक के प्रति स्वामी का क्या कर्तव्य है। इन शिक्षाओं को स्वयं जीवन में चरित्रार्थ कर समाज को शिक्षा प्रदान की। पृथ्वी पर जन्म लेकर सन्तों की, ब्राह्मणों की रक्षा कर मर्यादा पूर्ण जीवन व्यतीत करते हुए जनमानस को मर्यादा में रहकर कार्य करने की प्रेरणा दी। मर्यादा में रहने के कारण ही भगवान ...
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