भागलपुर, दिसम्बर 1 -- भागलपुर, प्रधान संवाददाता। पांच दिन बाद पौष यानि पूस मास शुरू हो रहा है। यह महीना मौसम के लिहाज से हाड़ कंपा देने वाली ठंड के लिए जानी जाती है। लेकिन धर्म-कर्म, श्रद्धा, भक्ति और अध्यात्मिक ऊर्जा के लिहाज से भी खास होगा। 5 दिसंबर से पौष मास शुरू होगा। हालांकि 16 दिसंबर से मलमास भी प्रारंभ होगा। लेकिन इस दौरान सूर्योपासना, तीर्थ स्नान, व्रत-दान आदि होंगे। लोग मानसिक एवं परिवारिक शांति के लिहाज से जो व्रत करते हैं वह पूरे महीने करेंगे। इसमें विनायक चतुर्थी, प्रदोष व्रत, सफला एकादशी, पौष पुत्रदा एकादशी, वैकुंठ एकादशी खास हैं। जगन्नाथ मंदिर के पुजारी पंडित सौरभ मिश्रा ने बताया कि पौष मास कोई वृहद पूजन, त्योहार या शुभ कार्य नहीं होते हैं। लेकिन इस महीने में जप तप, नवग्रह शांति पूजन आदि खास होते हैं। अमावस्या, एकादशी, चतुर...