धर्म आत्मकल्याण के लिए किया जाता हैः हरिदास
धनबाद, मार्च 20 -- गोविंदपुर, प्रतिनिधि। श्रीश्री राधा कृष्ण प्रेम मंदिर के तत्वावधान में लाल बंगला, जियलगढ़ा में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन बुधवार को प्रवचन करते हुए कथा वाचक सुरेंद्र हरिदास ने कहा कि मनुष्य को कुछ क्षण के सुख के कारण जन्म-जन्मांतर के लिए दुःख भोगना पड़ता है। कथा को आगे बढ़ते हुए श्री हरिदासने पुतना वध, शकटासुर वध, तृणावर्त वध, कालियानाग मर्दन, गोपी वस्त्र चीर हरण लीला आदि रोचक प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य धर्म के पथ पर चलता है, उस मनुष्य को कठिनाइयों का सामना तो करना ही पड़ेगा। क्योंकि धर्म केवल शरीर के लिए नहीं किया जाता, बल्कि धर्म तो आत्मकल्याण के लिए किया जाता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य अपने जीवन में कितनी भी सफलता क्यों न हासिल कर ले, लेकिन उस मनुष्य में कभी भी अहंकार नहीं आना चाहिए। क्य...
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