कुशीनगर, अगस्त 21 -- फाजिलनगर, हिन्दुस्तान संवाद। कस्बा स्थित जूनियर हाई स्कूल परिसर में चल रहे संगीतमयी राम कथा के चौथे दिन कथा वाचक वीरेंद्र तिवारी ने भगवान श्रीराम जन्म का प्रसंग सुनाया। संगीतमयी शैली में प्रस्तुत कथा और भजनों ने श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। कथा को सुनाते हुए उन्होंने कहा कि राजा दशरथ पुत्र प्राप्ति के लिए काफी चिंतित थे। उनके गुरुजनों ने पुत्रेष्ठी यज्ञ कराने की सलाह दी। यज्ञ से निकले फल को राजा के तीनों रानियों को प्रसाद स्वरूप ग्रहण कराया गया, जिसके फलस्वरूप भगवान राम, भरत, लक्ष्मण व शत्रुघ्न के रूप में चार पुत्र रत्नों की प्राप्ति हुई। कथा वाचक ने भगवान राम के जन्म के महत्व को विस्तार से बताते हुए कहा कि धर्म की पुनर्स्थापना और अधर्म के विनाश के लिये त्रेतायुग में प्रभु राम ने राजा दशरथ के घर अवतार ल...