शैलेन्द्र सेमवाल। देहरादून, अगस्त 14 -- उत्तराखंड के धराली में तबाही के बाद भू-वैज्ञानिक इसके विस्थापन का विकल्प सुझा रहे हैं। भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि बिना अधिक समय गवाएं अविलंब धराली को पूर्ण रूप से नई जगह बसाने की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए। भूल से भी मौजूदा जगह पर बस्ती को नए सिरे से बसाने पर विचार नहीं करना चाहिए।सुरक्षित जगह तलाशनी चाहिए भूगर्भ सर्वेक्षण संस्थान के पूर्व भू-वैज्ञानिक जेएस रावत के अनुसार, अब इस जगह बस्ती बसाने की बजाय डाउन स्ट्रीम में भागीरथी के बाएं तट पर सुरक्षित जगह के लिए सर्वे होना चाहिए। धराली के आसपास ग्रेट हिमालयन हाइग्रेड मेटामाफिक चट्टान है। जो खीर गंगा के दोनों ओर विद्यमान है। लिहाजा सुरक्षित जगह तलाशना आसान होगा।प्रदेश में लो इनेक्ट हो लागू जेएस रावत के अनुसार, बड़े हाइड्रो प्रोजेक्ट्स (बांध, सुरंग...