शैलेन्द्र सेमवाल, अगस्त 18 -- उत्तराखंड के उत्तरकाशी में धराली और हर्षिल घाटी में 5 अगस्त को आई आपदा का असली सच सामने आ गया है। भू-वैज्ञानिकों और एसडीआरएफ की टीम ने निरीक्षण और ड्रोन फुटेज के आधार पर बताया कि श्रीकंठ पर्वत के ग्लेशियर का मलबा ही इस तबाही का असली कारण था। लगातार भारी बारिश और तीव्र ढलानों ने मलबे की गति को और घातक बना दिया, जिससे मलबा घाटी में उतरकर धराली और आसपास के इलाके में कहर ढा गया। यह खुलासा एसडीआरएफ और नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) की संयुक्त टीम द्वारा खीर गंगा उद्गम स्थल का निरीक्षण करने के बाद हुआ। टीम ने ड्रोन वीडियो और फोटोग्राफ वैज्ञानिक संस्थानों को भेजकर घटनास्थल का विवरण साझा किया। यह भी पढ़ें- धराली आपदा में भागीरथी नदी में बनी अस्थायी झील, एक्सपर्ट्स ने खोला इसका राजवैज्ञानिकों ने बताई आपदा की असली वजह ...