बेगुसराय, सितम्बर 27 -- मंझौल, एक संवाददाता। इस धरा को पापमुक्त तथा दुष्टों का विनाश करने के लिए भगवान ने समय-समय पर अवतार लिया है। यह बात प्रेमाचार्य पीताम्बरजी महाराज ने मंझौल में चल रही नौदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कही। उन्होंने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा सुनने से मनुष्य के कई जन्मों के पापों का नाश हो जाता है। हमें भागवत कथा सुनने के साथ-साथ उसकी शिक्षाओं पर भी अमल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि वामन अवतार के रूप में भगवान विष्णु ने राजा बलि को यह शिक्षा दी कि अहंकार से जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता। यह धन-संपदा क्षणभंगुर होती है। इसलिए हमें इस जीवन में परोपकार करना चाहिए। उन्होंने बताया कि अहंकार, गर्व, घृणा और ईर्ष्या से मुक्त होने पर ही मनुष्य को ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। कुटिल और स्वार्थी व्यक्ति जीवन में कभी तरक्की नह...