प्रयागराज, नवम्बर 29 -- अलोपीबाग स्थित स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के आश्रम में आयोजित नौ दिवसीय आराधना महोत्सव में शनिवार को कथावाचक स्वामी श्रवणानंद सरस्वती ने संगीतमय कथा प्रस्तुत कर भक्तों को भावविभोर कर दिया। स्वामी ने कहा कि धन अधिक होने से मन काम, वासना और रजो गुण में लिप्त हो जाता है। धन की अधिकता से पाप बुद्धि प्रभावी हो जाती है। व्यक्ति ऋषि महात्माओं से सेवा करवाने की बात सोचने लगता है। कथा से पूर्व विधिविधान से आरती पूजन-किया गया। स्वामी विश्वदेवानंद, पं. शिवार्चन उपाध्याय, स्वामी बंगाली बाबा, एससी त्रिपाठी, अभिषेक मिश्र, मनीष तिवारी, व्यास ओमनारायण, दीपक पांडेय मौजूद रहे।

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