गाजीपुर, सितम्बर 23 -- सैदपुर। नगर के पक्का स्थित रामलीला मंच पर आयोजित रामलीला के पांचवें दिन रविवार को धनुष यज्ञ की लीला का भव्य मंचन हुआ। मंचन में दर्शाया गया कि राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के विवाह हेतु धनुष यज्ञ का आयोजन किया, जिसमें मुनि विश्वामित्र के साथ श्रीराम व लक्ष्मण यज्ञशाला पहुंचे। शिवधनुष को भंग करने के लिए कई राजकुमार आए, लेकिन कोई भी उसे हिला न सका। मुनि विश्वामित्र की आज्ञा पर भगवान श्रीराम ने धनुष को उठाकर तोड़ दिया। इस पर मां सीता ने श्रीराम के गले में वरमाला डाल दी और शहनाइयों के साथ नृत्य-संगीत शुरू हो गया। धनुष टूटने की सूचना पाकर परशुराम यज्ञशाला पहुंचे और क्रोधित होकर चुनौती दी। इस पर लक्ष्मण ने तीखे शब्दों में उत्तर दिया। दोनों के बीच हुए तर्कपूर्ण संवाद को सुनकर दर्शक रोमांचित हो उठे। अंत में श्रीराम द्वारा क्...