लखीमपुरखीरी, मार्च 23 -- रामवाटिका धाम में चल रहे तुलसीदास महोत्सव व श्रीरामनाम महायज्ञ जन कल्याण के लिए मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां डाली गईं। दिन में सीता स्वयंबर, परशुराम लक्ष्मण संवाद लीला का मंचन किया गया। स्यंवर में देश के सभी राजा, राजकुमार धनुष को तोड़ने के लिए आते हैं पर धनुष को तोड़ना तो दूर कोई उसे हिला तक नही पाता है। राजा जनक बहुत ही चिंतित हो जाते हैं। गुरु विश्वामित्र की आज्ञा पाकर श्रीराम धनुष को उठा लेते हैं और प्रत्यंचा चढ़ाते ही धनुष टूट जाता है। धनुष टूटते ही माता सीता ने श्रीराम के गले में वरमाला डाला। रात्रि में रासलीला में भक्त प्रहलाद की लीला का मंचन किया गया। इस दौरान भगौती प्रसाद शुक्ल, रामकुमार शर्मा, अचल अवस्थी, योगेंद्र मिश्रा आदि लोग मौजूद रहे।

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