बदायूं, जून 12 -- नगर में आयोजित श्री राम कथा के समापन पर कथा व्यास देश पाल भारद्वाज ने शिव धनुष खंडन होने के बाद स्वयंबर पहुंचने की कथा सुनायी। भगवान परशुराम के साथ लक्ष्मण का संवाद, माता जानकी की विदाई का मनोहारी वर्णन किया। कथा वाचक भारद्वाज ने कहा भगवान श्रीराम द्वारा धनुष खंडन के बाद क्रोध से भरे भगवान परशुराम के पहुंचने के बाद जनकपुर में कोलाहल मच गया। गुरु विश्वामित्र ने परशुराम से राम और लक्ष्मण का परिचय कराया। गुरु विश्वामित्र ने परशुराम को बताया कि राम और लक्ष्मण राजा दशरथ के पुत्र हैं। दोनों ही महान योद्धा और भगवान के अवतार हैं। लक्ष्मण ने भगवान परशुराम के क्रोध को शांत करने की कोशिश की और धनुष टूटने के कारण बताया। परशुराम और लक्ष्मण के बीच संवाद हुआ। इसके बाद परशुराम शांत हुए और राम की प्रशंसा की। परशुराम ने भगवान राम से कहा क...