रांची, अक्टूबर 17 -- रांची, वरीय संवाददाता। सनातन धर्म में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस मनाने का विधान है। यह पर्व मुख्य रूप से यमराज से संबंधित है, इसलिए इस दिन संध्याकाल में यमदीप दान किया जाता है। इस दिन सूर्यास्त होने पर घर के बाहर मुख्य द्वार पर एक मिट्टी के पात्र में अन्न (जैसे धान, गेहूं या जौ) रखकर उसके ऊपर यमराज के निमित्त (के लिए) दक्षिण दिशा की ओर मुख करके (दक्षिणाभिमुखी) एक दीप जलाना चाहिए। दीप प्रज्जवलित करने के बाद, धूप-अगरबत्ती आदि से प्रार्थना करते हुए उसकी पूजा करनी चाहिए। यह जानकारी ज्योतिषी स्वामी विमलेश ने दी। दीपावली पूजन के शुभ मुहूर्त स्वामी विमलेश ने बताया कि दीपावली के दिन व्यवसायियों के लिए पूजन का शुभ मुहूर्त कुंभ लग्न में है, जो दोपहर 2:02 बजे से दोपहर 3:35 बजे तक रहेगा। वहीं, घर में पूजन के ...