नई दिल्ली, अक्टूबर 15 -- इस साल धनतेरस 18 अक्टूबर को है। इस खास दिन पर मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान कुबेर, धन्वंतरि और यमराज को पूजा जाता है। धनतेरस पर रिवाज है कि सोने-चांदी के सिक्के, बर्तन और झाड़ू इत्यादि खरीदा जाए। इसी के साथ शाम के समय में घरों में दीए जलाए जाते हैं। कितने दीए जलाने हैं, इसे लेकर कई तरह की मान्यताएं है। इस दिन यम दीपदान का विशेष महत्व होता है। ये दीपदान मृत्यु के देवता यमराज के लिए होता है। मान्यता है कि धनतेरस पर यम दीपदान करने से अकाल मृत्यु के भय से बचा जा सकता है। चलिए अब जानते हैं कि आखिर यम दीपदान कहां करना है और इसके लिए कितने दीए जलाए जाने चाहिए।यम दीपदान में कितने दीए जलाएं? हिंदू धार्मिक मान्यता के हिसाब से धनतेरस पर यम दीपदान वाले दीए को घर के मुख्य द्वार पर जलाना होता है। इस दौरान कुल 4 दीयों को जलाना चा...