संतकबीरनगर, नवम्बर 17 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले का द्वाबा क्षेत्र अपने संघर्ष, बलिदान और सभ्यता के लिए जाना जाता है। वर्षों तक द्वाबा की आवाम ने बाढ़ सहित तमाम दैवीय विभीषिकाओं को झेला है। लेकिन उसके बावजूद यहां के लोगों का जिद्दी मिजाज हमेशा हावी रहा। यही कारण रहा कि द्वाबा की धरती से तप कर निकले लोगों ने हर क्षेत्र में परचम लहराया है। खेल, राजनीति के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल किया। वर्तमान समय में अब द्वाबा क्षेत्र विकास की नई इबारत लिख रहा है। हैंसर बाजार धनघटा नगर पंचायत के सृजन के साथ ही इस विकास को और गति मिली है। पिछले वर्ष से आयोजित हो रहा द्वाबा महोत्सव अब यहां के युवाओं को जहां एक बड़ा प्लेटफार्म दे रहा है, वहीं यहां की संस्कृति को भी नई पहचान मिल रही है। घाघरा और कुआनो नदियों के बीच स्थ...