प्रयागराज, मार्च 17 -- प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। पिछले 24 महीने से बेरोजगारी की मार झेल रहे महानगरीय बस सेवा के परिचालक आज भी अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। फरवरी 2023 से लगातार धरना-प्रदर्शन और आमरण अनशन के बावजूद रोडवेज प्रशासन की अनदेखी और सरकार के निष्क्रिय रवैये के कारण पूर्व संविदा कर्मचारी भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। महाकुम्भ जैसे बड़े आयोजन की तैयारियों के बीच जहां सैकड़ों नई बसें चलाई गईं, वहीं पुराने अनुभवी परिचालक अब भी अपने रोजगार की आस में दर-दर भटक रहे हैं। हालत ये है कि परिचालक अपनी जीविका चलाने के लिए ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने को मजबूर हैं। प्रयागराज में महानगरीय बस सेवा के बंद होने के बाद 182 परिचालक और 158 चालक सड़क पर आ गए। सरकार और रोडवेज प्रबंधन के आश्वासनों के बावजूद सभी परिचालक बेरोजगार हैं। 16 फरवरी 2023 से शु...