एटा, मई 29 -- दो साल का डिजिटल प्रमाणपत्र बनता है मगर फर्जी चरित्र प्रमाण पत्र मामले में फंसा आरोपी तीन साल का प्रमाणपत्र लेकर पहुंच गया इतना ही नहीं चरित्र प्रमाणपत्र हाथ का बना हुआ था। इसके बाद शक हुआ। मामले में कार्रवाई करते हुए गुरूवार को दुकान को सील कर दिया। नए सिरे से दुकान का आवंटन होगा। फर्जी चरित्र प्रमाणपत्र सामने आने के बाद सभी प्रमाणपत्रों की जांच कराई जाएगी। बता दें कि आबकारी निरीक्षक अलीगंज क्षेत्र बीके सिंह ने कोतवाली नगर में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि सुरेन्द्र सिंह पुत्र रामसिंह निवासी जुनैदपुर अलीगंज के नाम पर गांव बिथरा की देशी शराब की दुकान आवंटित हुई थी। सभी कागजी कार्रवाई होने के बाद एक अप्रैल से दुकान का संचालन भी शुरू कर दिया गया था। 21 मई को सुरेन्द्र सिंह ने कार्यालय में चरित्र प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया। इसे...
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