गंगापार, अगस्त 5 -- बारा, हिन्दुस्तान संवाद। बारा तहसील मुख्यालय से मात्र तीन किमी पर स्थित पिपरांव नाले की सफाई दो वर्षों से नहीं हुई। इसके कारण लगभग एक हजार एकड़ धान की फसल जलमग्न हो गई है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन अनजान बना है। बारा क्षेत्र में हो रही बरसात से यमुना नदी पूरे शबाब पर है और दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। स्थानीय प्रशासन बाढ़ क्षेत्र में लोगों को राहत पहुंचाने में लगा है किंतु दीपक तले अंधेरा की कहावत चरितार्थ करते हुए प्रशासन को पिपरांव बांध से डूबी फसल की जानकारी नहीं है। पिपरांव, भेलाव, लोहगरा, ललई चंदरा गांव का एक संयुक्त ताल है। इसका क्षेत्रफल लगभग 500 एकड़ बताया जा रहा है। इसके किनारे किनारे लगभग नौ किमी लंबा बांध है। इस बांध का पानी दो नालों से निकाल कर यमुना और टोंस नदियों में गिरता ...
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