नई दिल्ली, अक्टूबर 24 -- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार देर रात को रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए। इसका भारत पर फिलहाल असर नहीं दिखेगा। सरकारी तेल कंपनियों को बिचौलियों के माध्यम से रूसी तेल की आपूर्ति जारी रहेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज और नायरा एनर्जी को इसकी वजह से नुकसान उठाना पड़ सकता है। रिलायंस रूसी तेल की सबसे बड़ी खरीदार है और रूस से देश में प्रतिदिन आयातित 17 लाख बैरल तेल का आधा हिस्सा खरीदती है। रिलायंस ने दिसंबर 2024 में रोसनेफ्ट के साथ 25 वर्ष तक प्रतिदिन 5,00,000 बैरल तेल आयात करने के लिए समझौता किया था। सूत्रों के मुताबिक, रिलायंस ने आयात को काफी कम करने या पूरी तरह रोकने की योजना बनाई है। कंपनी सऊदी अरब और इराक से आयात बढ़ाने की दिशा में विचार कर रही है। प्रभावित होने...