जहानाबाद, नवम्बर 16 -- मखदुमपुर, निज संवाददाता। भारतीय राजनीति में परिवारवाद शुरू से ही रहा है। इससे अछूता बिहार भी नहीं है। राजनीति में कई परिवार के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी कायम है। जहानाबाद और अरवल की राजनीति में भी कुछ राजनीतिक घराने का प्रभाव है। सभी राजनेता अपने नई पीढ़ी के लोगों को राजनीति में लाने में लगे हैं। वर्तमान विधानसभा चुनाव में भी यह देखने को मिला। जहानाबाद में दो पूर्व सांसद अपने पुत्र को राजनीति में स्थापित करने में सफल हुए। जिनमे घोसी से नव निर्वाचित विधायक ऋतुराज कुमार हैं जो पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार के पुत्र हैं। इसके पहले वे स्नातक एमएलसी का चुनाव लड़ चुके थे। लेकिन तब सफलता नहीं मिली थी। चुनाव के ठीक पहले पिता पुत्र ने जनता दल यूनाइटेड का दामन थामा और ऋतुराज को घोसी से पार्टी ने टिकट दिया। एन डी ए की लहर में वे विधायक बनने ...