मुरादाबाद, जून 18 -- सड़क हादसे में शिकार दीपांशु दो बहनों का लाडला था। उसकी मौत से परिवार का सहारा चला गया है। बुधवार की सुबह बस दुर्घटना में मारे गए दीपांशु दो बहनों का लाडला था। बड़ी बहन दिव्यांशी 18 वर्ष और खुशी 17 वर्ष अपने भाई को बहुत प्यार करती थी। पारिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से दोनों बहनों ने अपने भाई का ही सनातन धर्म हिंदू इंटर कॉलेज में दाखिला कराया और स्वयं घर पर रहकर ही प्राइवेट पढ़ाई कर रही थी। पिता बीमार रहते थे और मां को ही मेहनत मजदूरी कर परिवार की गुजर बसर करनी पड़ रही थी। इस पूरे परिवार का भविष्य दीपांशु पर ही टिका हुआ था लेकिन पंद्रह वर्षीय दीपांशु की मौत से परिवार के लोग गहरे सदमे की हालत में हैं, इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि वर्तमान में घर का खर्च चलाने के लिए मेहनत मजदूरी करने वाली दीपांशु की मां...