औरंगाबाद, जून 16 -- दो दिवसीय मातृ-पितृ वंदन महोत्सव का आयोजन होगा। माता-पिता एवं सास-ससुर की भक्तिभाव से सेवा करने वाली संतान एवं बहुओं को सम्मानित किया जाएगा। जनेश्वर विकास केंद्र एवं बासमती सेवा केन्द्र की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया। देव प्रखंड के चैनपुर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता उमेश चन्द्र सिंह ने की। सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि संतान का अस्तित्व माता-पिता के कारण होता है इसलिए संतान के लिए माता-पिता भगवान की तरह हैं और उन्हें पुण्य माना गया है। उन्हें इसी रूप में माना सम्मान दिया जाता था। आज के दौर में ऐसा नहीं हो रहा है तथा उन्हें वृद्धाश्रम में रहने को विवश होना पड़ रहा है। सभी माता-पिता को पूर्व की तरह मान सम्मान दिलाने हेतु 2020 से ही मातृ-पितृ वंदन महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष यह आयोजन 11 जुलाई से शुर...