बिहारशरीफ, सितम्बर 23 -- नूरसराय, निज प्रतिनिधि। अखिल भारतीय समन्वित तीसी परियोजना सबौर व भारतीय तिलहन अनुसंधान संस्थान हैदराबाद द्वारा उद्यान महाविद्यालय में बुधवार से दो दिवसीय तीसी के वैज्ञानिक खेती विषय पर प्रशिक्षण होगा। बीएयू सबौर के निदेशक अनुसंधान डॉ. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बिहार में तेलहन की खपत के मुकाबले उत्पादन बहुत कम होता है। ऐसे में दूसरे प्रदेश व विदेशों से आयात करना पड़ता है। बीएयू ने तीसी की चार प्रजातियां विकसित की हैं। इन प्रजातियों से उत्पादकता को बढ़ाते हुए किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं।

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