श्रीनगर, फरवरी 27 -- कश्मीर को दो युवा अपनी घर वापसी के लिए यूक्रेन की सड़कों पर दर-दर भटक रहे हैं। जानकारी के अनुसार, वो नौकरी की तलाश में एक एजेंट के चक्कर में फंस गए। रसोई में हेल्पर के लिए डेढ़ लाख की सैलरी का लालच दिया गया। उन्हें रूस पहुंचाया गया और फिर सेना में भर्ती कर यूक्रेन की सीमा में पहुंचा दिया गया। एक युवक के परिवारवालों का कहना है कि उन्होंने मामले में सरकार से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है और बेटे को वापस लाने में मदद की अपील की है। रूसी सेना में भर्ती होने के कुछ दिनों बाद उनके बेटे के पैर में गोली लग गई है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। यूक्रेन सीमा में जंग में घायल हो चुके कश्मीरी युवक असद यूसुफ के चचेरे भाई ने कहा, "हम भारत सरकार से उनकी सुरक्षित वापसी और सुरक्षित घर वापस पहुंचने का अनुरोध कर रहे हैं। सभी भारतीय बच्चों...