घाटशिला, सितम्बर 2 -- बहरागोड़ा, संवाददाता। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मिलन स्थल बहरागोड़ा में बनाया गया अंतर-प्रांतीय बस टर्मिनल आज उदासीनता और उपेक्षा का शिकार होकर खंडहर में तब्दील हो गया है। वर्ष 2013 में लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से बने इस बस टर्मिनल का उद्देश्य तीनों राज्यों के यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करना था लेकिन आज यह अपनी बदहाली की कहानी खुद बयां कर रही है। सुविधाओं का घोर अभाव इस बस टर्मिनल पर यात्रियों के लिए कोई मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं है। टर्मिनल में बिजली कनेक्शन नहीं होने के कारण शाम ढलते ही यहां अंधेरा पसर जाता है। यात्री बसों का इंतज़ार सड़क पर खड़े होकर करते हैं क्योंकि अंधेरे और असुरक्षा के कारण कोई भी बस टर्मिनल के अंदर नहीं जाती। पानी की किल्लत: पिछले 1 वर्ष से बस टर्मिनल पर लगा सोलर वाटर प्यूरीफायर तथा सोल...
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