नई दिल्ली, सितम्बर 23 -- महाराष्ट्र से एक अजीब मामला सामने आया है। यहां पर एक निजी कॉलेज में रसायन विज्ञान के एक प्रोफेसर ने अपने दोस्तों और साथी शिक्षकों के बीच अपनी इज्जत बढ़ाने के लिए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी डॉक्टर जितेंद्र सिंह के फर्जी साइन किए और एक लेटर हेड के जरिए खुद को एक प्रतिष्ठित अवार्ड भी दे दिया। इस फर्जी पत्र के माध्यम से प्रोफेसर ने अपने साथियों के बीच में दावा किया कि उसे प्रतिष्ठित शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार दिया जा रहा है। जानकारी सामने आए पर प्रोफेसर के उस दावे की जांच की गई, जिसके फर्जी निकलने के बाद उसे भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4) और 336 (जालसाजी) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। वघोली पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने मामले की जानकारी दी। उन्होंने कहा, "आरोपी व्यक्ति कि पहचान वीरे...